सोमवार, 5 जनवरी 2015

सिडनी विजय कर कोहली खत्म करेंगे 37 साल का सूखा?


जनवरी 2004 में भारत ने पहली पारी में इसी ग्राउंड पर बनाए थे सात विकेट पर 705 रन।
न्यू साउथ वेल्स (सिडनी)। भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में गवां चुकी है। चार मैचों की सीरीज में भारत अभी मेजबानों से 2-0 से पीछे है और अभी टीम को जीत का खाता खोलना बाकी है, जबकि तीसरा टेस्ट ड्रॉ रहा था।


भारत ने इस मैदान पर एकमात्र जीत 1978 में दर्ज की थी। प्रसन्ना, बेदी और चंद्रशेखर की स्पिन तिकड़ी ने ऑस्ट्रेलिया को एक पारी और दो रनों से हार पर मजबूर किया था। उसके बाद से भारतीय टीम इस मैदान पर जीत का स्वाद नहीं चख सकी है।

भारत के सबसे सफलतम टेस्ट कप्तान धोनी के सन्यास लेने के बाद नए साल में नए टेस्ट कप्तान बने विराट कोहली के सामने कई चुनौतियां होंगी। टीम इंडिया अपने नए कप्तान विराट कोहली के नेतृत्व में सिडनी क्रिकेट मैदान पर हार की हैट्रिक से बचना चाहेगी। इस मैदान पर भारत 2008 और 2012 में अपने पिछले दो मुकाबले गंवा चुका है। भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीमें छह जनवरी से एक बार पिर यहां आमने-सामने होंगी। यह दोनों टीमें के बीच 11वां मुकाबला होगा। इनमें से पांच में ऑस्ट्रेलिया को जीत मिली है, जबकि एक में भारत जीता है। चार मुकाबले बराबरी पर छूटे हैं।

सिडनी में मौजूदा भारतीय टीम के चार खिलाड़ी ही खेले हैं। कप्तान विराट कोहली, इशांत शर्मा, उमेश यादव और रविचंद्रन अश्विन 2012 में इस मैदान पर हुए टेस्ट में टीम का हिस्सा थे। इशांत शर्मा को दो मैच खेलने का अनुभव है। वे 2008 में भी टीम का हिस्सा थे।

रिकॉर्डों की बात करें तो सिडनी मैदान पर मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के बल्ले ने जमकर रन बरसाए हैं। उनके रिकॉर्ड के आगे ऑस्ट्रेलिया के महान बल्लेबाज डॉन ब्रैडमैन, पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग और माइकल क्लार्क भी फेल हैं।

157 के एवरेज से बनाए हैं रन
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने 1992 और 2012 के बीच पांच मैच खेले। इस दौरान उन्होंने 157 की औसत से 9 पारियों में तीन शतक और दो अर्धशतक की बदौलत 785 रन बनाए हैं। उनका बेस्ट स्कोर नाबाद 241 रन है। यह सचिन के टेस्ट करियर की भी बेस्ट पारी है। सिडनी में ब्रैडमैन का 58.58 (703 रन), रिकी पोंटिंग का 67.27 (1480 रन) और माइकल क्लार्क का एवरेज 47.68 (763 रन) रहा है।

माइकल क्लार्क का जवाब नहीं
इस मैदान पर एक पारी में सर्वाधिक स्कोर बनाने का रिकॉर्ड माइकल क्लार्क के नाम है। उन्होंने नाबाद 329 रन बनाए हैं।

इन भारतीयों ने भी बरसाये रन
भारतीय बल्लेबाजों के नाम इस मैदान पर दूसरे और चौथे विकेट की साझेदारी का रिकॉर्ड है। सुनील गावसकर और मोहिंदर अमरनाथ ने 1986 में दूसरे विकेट के लिए 224 रन जोड़े थे। इसके अलावा सचिन तेंडुलकर और वीवीएस लक्ष्मण ने 2004 में चौथे विकेट के लिए 353 रन की साझेदारी की थी।

1986 में 600 रन बनाए
जनवरी, 1986 में गावसकर (172) और अमरनाथ (138) ने 191 रनों के कुल योग पर के. श्रीकांत (116) का विकेट गिरने के बाद भारतीय स्कोर को 415 रनों तक पहुंचाया था। भारत ने उस मैच में चार विकेट पर 600 (घोषित) रन बनाए थे।

सिडनी में भारत का उच्च स्कोर
जनवरी, 2004 को शुरू हुए चौथे टेस्ट में सचिन (241) और लक्ष्मण (178) ने 194 रनों पर तीन विकेट गिरने के बाद भारतीय पारी को 547 रनों तक पहुंचाया था। सचिन ने इस मैच में अपना सर्वोच्च टेस्ट स्कोर खड़ा किया था। भारत ने सात विकेट पर 705 रन बनाकर पारी घोषित कर दी थी।

फोटो- ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर अनुष्का शर्मा संग कई बार नजर आए विराट कोहली। इस बार उनके साथ टीम इंडिया के डायरेक्टर रवि शास्त्री भी नजर आये।

शनिवार, 13 दिसंबर 2014

न धोनी, न गांगुली, पहले ही मैच में कोहली नंबर वन कप्तान

टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक जडऩे वाले पहले भारतीय कप्तान बने विराट कोहली

एडिलेड। धोनी की अनुपस्थिति में टीम इंडिया की कमान संभाल रहे विराट कोहली ने एडिलेड टेस्ट की दूसरी पारी में भी सेंचुरी जड़ दी। एक टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक लगाने वाले वे इंडिया के इकलौते कप्तान हैं। वैसे तो सौरव गांगुली और महेंद्र सिंह धोनी टीम इंडिया के सर्वश्रेष्ठ टेस्ट कप्तान रहे हैं, लेकिन विराट ने धमाकेदार डेब्यू से इन सभी को पीछे कर दिया है। गांगुली ने बतौर कप्तान डेब्यू पर 84 रन की पारी खेली थी, वहीं धोनी पचासा तक नहीं लगा सके थे।


विराट ने एडिलेड में कप्तान की जिम्मेदारी निभाते हुए पहली पारी में 115 रन बनाए थे। उसके बाद सेकंड इनिंग में भी उन्होंने मोर्चा संभालते हुए शतक जड़ा।

दुनिया के दूसरे कप्तान
विराट कोहली का बतौर कप्तान यह पहला टेस्ट भी है। बतौर कप्तान डेब्यू टेस्ट की दोनों पारियों में शतक लगाने वाले वे दुनिया के महज दूसरे बल्लेबाज हैं। उनसे पहले यह कारनामा ग्रेग चैपल ने किया था। चैपल ने 28 नवंबर 1975 को ब्रिसबेन में हुए टेस्ट मैच में पहली बार कप्तानी संभाली थी। उन्होंने वेस्ट इंडीज के खिलाफ मुकाबले में क्रमश: 123 व 109* रन की पारियां खेली थीं। वह मैच ऑस्ट्रेलिया 8 विकेट से जीता था।

रविवार, 2 फ़रवरी 2014

कीवी टेस्ट टीम में शामिल लुधियाना का यह बॉलर अब उड़ाएगा धोनी की नींद!

ऑकलैंड। न्यूजीलैंड में कीवी गेंदबाजों के आगे घुटने टेकने वाली धोनी ब्रिगेड को अब टेस्ट सीरीज में एक और मुसीबत का सामना करना पड़ सकता है। इस बार न्यूजीलैंड टीम में पेसर्स के अलावा एक भारतीय स्पिनर भी टीम इंडिया के लिए मुसीबत बनेगा।

न्यूजीलैंड के सेलेक्टर्स ने लोहे से लोहे को काटने वाला तरीका अपनाया है। भारतीय खिलाड़ियों की स्पिन खेलने की क्षमता जग-जाहिर है, ऐसे में टेस्ट टीम के लिए एक ऐसे 'भारतीय खिलाड़ी' का चयन किया गया है। जो गेंद को स्पिन कराने में तो माहिर है साथ ही बल्ले से भी रन बनाने में सक्षम है।

भारतीय मूल के इस खिलाड़ी को न्यूजीलैंड के दिग्गज स्पिनर व पूर्व कप्तान डेनियल विटोरी के स्थान पर टीम में शामिल किया गया है।  6 फरवरी से होने वाली टेस्ट सीरीज में यह खिलाड़ी न्यूजीलैंड का सीक्रेट हथियार साबित हो सकता है।

टेस्ट सीरीज में लुधियाना के 21 वर्षीय इंदरबीर सिंह सोढ़ी को न्यूजीलैंड की टेस्ट टीम में शामिल किया गया है। इंटरनेशनल क्रिकेट में 5 टेस्ट में 11 विकेट लेने वाले सोढ़ी को टीम में रखा गया है और वे टीम के इकलौते स्पिनर होंगे।

सोढ़ी भारतीय लेग स्पिनर अनिल कुंबले को अपना आइडियल मानते हैं। सोढ़ी ने अब तक ब्लैक कैप्स के साथ पांच टेस्ट मैच खेले हैं और पांचों में ही न्यूजीलैंड की जीत हुई है।

सोढ़ी ब्लैक कैप्स के लिए टेस्ट खेलने वाले पहले भारतीय मूल के खिलाड़ी हैं वहीं, कीवीज के लिए खेलने वाले वे दूसरे इंडिया बॉर्न हैं।

सोढ़ी 4 साल के थे जब उनके डॉक्टर पिता न्यूजीलैंड में बस गए थे। ईश की परवरिश ऑकलैंड में हुई है। उनकी पहली पसंद तेज गेंदबाजी थी, लेकिन बाद में पूर्व कीवी स्पिनर दीपक पटेल ने उन्हें स्पिन गेंदबाजी के लिए प्रोत्साहित किया।

सोढ़ी ने 9 अक्टूबर 2013 को बांग्लादेश के खिलाफ चटगांव में टेस्ट डेब्यू किया था। उन्होंने अब तक 5 टेस्ट मैचों की 8 पारियों में 11 विकेट झटके हैं वहीं, बल्लेबाजी में भी हाथ आजमाते हुए इतने ही टेस्ट में 30.40 की एवरेज से कुल 152 रन बनाए हैं। टेस्ट मैचों में उनका उच्चतम स्कोर 58 रन है।

प्रथम श्रेणी क्रिकेट
सोढ़ी ने 23 प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैच खेलते हुए कुल 46 विकेट लिए हैं, वहीं बल्लेबाजी करते हुए इतने ही मैचों में 5 अर्धशतकों के साथ कुल 667 रन बनाए हैं।

लिस्ट 'ए' मैच
लिस्ट 'ए' के तीन मैचों में ईश ने कुल 3 विकेट लिए हैं, साथ ही बल्लेबाजी करते हुए 29 रन बनाए हैं।