सोमवार, 3 अगस्त 2020

चिंताजनक : लखनऊ में सड़कों पर घूम रहे हैं कोरोना मरीज


- पॉजिटिव रिपोर्ट आते ही लखनऊ में गायब हो गए 2290 कोरोना संक्रमित
- लखनऊ पुलिस की सर्विलांस टीम कोरोना संक्रमित मरीजों की कर रहा है तलाश
- ट्विटर पर यूजर्स ने अव्यवस्थाओं पर उठाये सवाल, कहा- पर उपदेश कुशल बहुतेरे..

ये तथ्य बेहद चिंताजनक हैं। लखनऊ में गली-गली और मोहल्लों में कोरोना मरीज घूम रहे हैं। कब-कौन, कैसे और कहां संक्रमित कर जाये आपको पता भी नहीं चलेगा। राजधानी से बीते 10 दिनों में 2290 कोरोना पॉटिजिव मरीज गायब हो गये, जिनकी कोई जानकारी नहीं है। यह सब लखनऊ में छिपे हुए हैं। 23 से 31 जुलाई के बीच इन मरीजों की जांच हुई थी। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद से सभी गायब हैं। प्रशासन ने जब इनके नाम और पते खंगाले तो वे फर्जी निकले। पुलिस का विशेष दस्ता इनकी तलाश कर रहा है।

पुलिस की सर्विलांस टीम ने 1171 कोरोना पॉजिटिव मरीजों को तलाश लिया है, जबकि 1119 मरीज अभी भी गायब हैं। तलाशे गये सभी मरीजों को हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है, गलत जानकारी देने के आरोप में इन कार्रवाई की जाएगी। पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे के मुताबिक कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए हजारों की संख्या में जांच की गई थी। कई जगह कैंप लगाकर सैम्पल लिए गये इस दौरान लोगों ने फॉर्म पर गलत, नाम, पता और मोबाइल नंबर भरा। 


लोग बोले- पर उपदेश कुशल बहुतेरे...
कोरोना मरीज क्यों गायब हैं? इसे लेकर सोशल मीडिया लोग जहां चिंता जाहिर कर रहे हैं वहीं, अवस्वस्थाओं पर सवाल उठा रहे हैं। ट्विटर यूजर Shyaamjee Shuklaa लिखते हैं कि इसका कारण स्पष्ट है। सरकारी अव्यवस्था...। न स्तरीय भोजन-पानी है और न साफ-सफाई। मृत्यु ऐसे भी है और वैसे भी! पर उपदेश कुशल बहुतेरे...। सरकार अपनी व्यवस्था का स्तर सुधारे। जब लखनऊ का ये हाल है, छोटे जिलों का क्या होगा? एक और ट्विटर यूजर Adv. Arun Dixit कहते हैं उनकी बड़ी मजबूरी है। अब तक इन पॉजिटिव मरीजों को सरकार के द्वारा कोई सहायता तो मिली नहीं इसलिए वह अपनी स्वयं व्यवस्था कर लेते हैं और अंडरग्राउंड हो जा रहे हैं। लोग ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि सरकार जबरदस्ती लोगों को जुगाड़ू और सुविधा रहित क्वारंटाइन सेन्टर में डाल दे रही है। लोगों को लगता है कि घर पर बेहतर देखभाल हो सकती है। मेरे एक मित्र जो अभी क्वारंटाइन सेन्टर में हैं, बोल रहे थे कि यहां तो मैं और बीमार हो जाऊंगा।

ये क्या हो रहा है योगी सरकार में : आप
आम आदमी पार्टी के सांसद व यूपी प्रभारी संजय सिंह ने मामले में ट्वीट करते हुए कहा कि ये हो क्या रहा है योगी सरकार में? हर जिले में मरीजों के लापता होने की खबरें आ रही हैं। अब राजधानी लखनऊ में भी 2290 कोरोना मरीजों का अता-पता न होने की खबरें आ रही हैं। इतनी बड़ी खबर पर राष्ट्रीय मीडिया खामोश क्यों है?

कोविड-19 प्रोटोकॉल फॉलो न करने पर जिला प्रशासन ने वसूले 27 लाख रुपए
लखनऊ में रविवार को 189 व्यक्तियों ने कोविड-19 प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया, जिनसे जुर्माने के तौर पर 70 हजार रुपए वसूले गये जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने बताया कि राजधानी में अब तक प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने वाले 7179 लोगों से 27,13,667 रुपए का जुर्माना वसूला जा चुका है।

रविवार, 2 अगस्त 2020

Raksha Bandhan 2020 : शुभ मुहूर्त में ऐसे बांधें भाइयों को राखी, मिलेगा शुभ फल



- 29 साल बाद इस रक्षाबंधन पर बन रहा विशेष योग
- 3 अगस्त को सुबह 8:28 मिनट से रात 8:20 मिनट तक राखी बांधने का है शुभ मुहूर्त
- भाइयों की कलाई पर काले रंग का धागा, टूटी व प्लास्टिक और अशुभ चिन्हों वाली राखी न बांधें बहनें

तीन अगस्त को रक्षाबंधन का पर्व है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनके सुखमय जीवन की कामना करती हैं। बदले में भाई भी बहनों को गिफ्ट देकर आजीवन उनकी रक्षा का वादा करते हैं। राखी बांधते समय शुभ मुहूर्त का विशेष ध्यान रखना चाहिए। रक्षाबंधन पर सोमवार को सुबह 8:28 मिनट से रात 8:20 मिनट तक राखी बांधने का शुभ मुहूर्त है। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, ध्यान रखें कि भाई की दाहिनी कलाई पर ही राखी बांधें। राखी बांधते समय बहनों का मुंह पश्चिम दिशा की ओर और भाई का मुंह पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए। ऐसा करने से शुभ फल मिलता है।

ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि शुभता के लिए भाई को तिलक और राखी बांधते समय बहनों को 'येन बद्धो बलिराजा, दानवेन्द्रो महाबलः तेनत्वाम प्रति बद्धनामि रक्षे, माचल-माचल।' मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे विशेष फल की प्राप्ति होती है। राखी को बांधने के बाद भाई की आरती उतारना और मीठा खिलाना उत्तम माना गया है। राखी बांधते समय बहनें ध्यान रखें कि वह भाइयों की कलाई में काले रंग का धागा, टूटी या खंडित राखी, प्लास्टिक की राखी और अशुभ चिन्हों वाली राखी नहीं बांधे। ऐसा करना दोनों के लिए नुकसानदायक हो सकता है।

29 वर्ष बाद रक्षाबंधन पर बन रहा विशेष संयोग
इस बार रक्षाबंधन पर महासंयोग के कारण भाई-बहनों को विशेष लाभ मिलेंगे। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, 29 वर्ष बाद इस बार रक्षाबंधन पर्व परविशेष अमृत योग बन रहा है। सावन के आखिरी सोमवार को पूर्णिमा पर श्रावण नक्षत्र भी है, जिससे इस दिन प्रीतियोग, आयुष्मान योग और सर्वार्थसिद्धि योग बन रहा है जो इस दिन को विशेष और दुर्लभ बनाता है। इस शुभ संयोग में पूजा करने से पूजा का फल दोगुना मिलता है। यह कहना है ज्योतिषाचार्य डॉ. शिवबहादुर तिवारी का। साथ ही उन्होंने बताया कि रक्षाबंधन पर बहनों को किस तरह से भाई की कलाई पर राखी बांधनी चाहिए, जो सबके लिए फलदायी हो। 

ज्योतिषाचार्यों का कहना है किसावन के आखिरी सोमवार को ही पूर्णिमा तिथि है। इस दिन चंद्रमा के मकर राशि में होने से प्रीति योग बन रहा है। यह शुभ संयोग सुबह 6 बजकर 40 मिनट तक रहेगा। इसके बाद आयुष्मान योग लग जाएगा। पूर्णिमा और सोमवार और रक्षाबंधन के इस अद्भुत संयोग को सौम्या तिथि माना जाता है। मान्यता है कि सावन के आखिरी सोमवार के दिन भगवान शिव और माता पार्वती धरती का भ्रमण करने के साथ ही अपने भक्तों पर कृपा बरसाते हैं।

शनिवार, 1 अगस्त 2020

20 फीसदी छूट सिर्फ बहाना है, असली मकसद तो पूरी फीस लेना है



लखनऊ के सिटी मांटेसरी, सेंट जोजफ स्कूल, लखनऊ पब्लिक स्कूल, क्राइस्ट चर्च कॉलेज, लामार्टिनियर गर्ल्स, इरम कॉलेज, एग्जान मांटेसरी समेत कई बड़े स्कूलों ने अभिभावकों को फीस में 20 फीसदी छूट का ऑफर दिया है। कोरोना संकट के चलते स्कूल-कॉलेज बंद हैं। फीस नहीं आने से स्कूलों पर संकट का साया मंडरा रहा है। ऐसे में अन एडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने मीटिंग कर अभिभावकों 20 फीसदी तक फीस में छूट का ऑफर दिया है। साथ ही अभिभावकों के लिए चेतावनी भी है, जिसे हाईलाइट नहीं किया गया। वह यह है कि अगर आपने 10 अगस्त तक अपने बच्चे की फीस नहीं जमा की तो उसे ऑनलाइन कक्षाओं से निकाल दिया जाएगा। अगर बिजनेसमैन हैं या फिर नौकरी पेशा तो छूट के बारे में सोचिये भी मत। सिर्फ फीस जमा कर दीजिए। इस छूट का लाभ लेने के लिए आपको बताना होगा कि कोरोना संक्रमण की वजह से आप वित्तीय संकट झेल रहे हैं...

एसोशिएशन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने बताया कि स्कूल फीस में 20 फीसदी रियायत लेने के लिए अभिभावकों को स्कूल मैनेजमेंट को लिखित में आवेदन करना होगा। इसके बाद अभिभावकों को उनकी स्थिति देखकर छूट दी जाएगी। उन्होंने बताया कि अगर किसी अभिभावक के दो से तीन बच्चे पढ़ रहे तो उनको 20 प्रतिशत और किसी अभिभावक का सिर्फ एक ही बच्चा है तो उसे 20 प्रतिशत से कम की छूट दी जाएगी।